*आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब पर सुनियोजित हमला — नवागढ़ में फिर उठे सतनामी समाज की सुरक्षा पर सवाल*
📍 नवागढ़ | 13 जुलाई 2025 | विशेष रिपोर्ट – सत्य के अंजोर
छत्तीसगढ़ की राजनीति और सामाजिक चेतना को झकझोरने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। नवागढ़ विधानसभा, जो कि अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है और जहां सतनामी समाज का घनत्व अत्यधिक है, वहां एक बार फिर गुरुवंशज पर हमला हुआ है।
आरंग विधायक एवं सतनामी समाज के धर्मगुरु गुरु खुशवंत साहेब जी पर भोंइना भाठा क्षेत्र में तब हमला हुआ, जब वे सतनाम भवन नवागढ़ में आयोजित सामाजिक बैठक से रायपुर लौट रहे थे। काफिले पर अचानक पत्थरबाज़ी हुई, जिसमें उनकी कार का फ्रंट ग्लास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
गुरुजी सुरक्षित हैं, लेकिन यह घटना जानलेवा मंशा और कायरतापूर्ण सोच का प्रमाण बनकर उभरी है।
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🔎 क्या था कार्यक्रम?
गुरु खुशवंत साहेब जी नवागढ़ सतनाम भवन में आयोजित राजा गुरु बालकदास साहेब जी की जयंती को लेकर आयोजित सामाजिक बैठक में शामिल हुए थे। इस ऐतिहासिक दिन पर हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन भव्य रूप से हुआ।
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🗣️ डॉ. एस. आर. पात्रे (पार्षद, बिरगांव) का कड़ा बयान:
> “यह हमला केवल एक विधायक पर नहीं, बल्कि हमारे समाज की आत्मा पर हमला है। पूर्व में भी नवागढ़ में गुरु रुद्रकुमार जी पर हमला हुआ था। अब फिर उसी धरती पर एक और गुरुवंशज पर हमला होना, सोचने पर मजबूर करता है — क्या यह सब किसी इशारे पर हो रहा है?”
> “समाज में पहले भी कायरतापूर्ण टिप्पणियों, हिंसा और योजनाबद्ध घटनाओं से हमारे जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाया गया है। अब बहुत हुआ। दोषियों को सख्त सजा और गुरुजी की सुरक्षा में तत्काल बढ़ोतरी आवश्यक है।”
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❗ डॉ. पात्रे ने उठाए कई गंभीर सवाल:
क्या इस हमले के पीछे कोई राजनीतिक साजिश है?
स्थानीय जनप्रतिनिधि इस महत्वपूर्ण बैठक में क्यों अनुपस्थित रहे?
पूर्व में हुए जैतखाम कांड की जांच आज तक अधूरी क्यों है?
क्या समाज को बार-बार उकसाने और भयभीत करने की साजिश रची जा रही है?
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👁️🗨️ घटना की भयावहता:
हमले की तीव्रता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि वाहन का शीशा इस तरह टूटा मानो बंदूक की गोली से हमला हुआ हो। अगर वाहन की गति थोड़ी भी कम होती, तो एक बहुत बड़ी दुर्घटना टलती नहीं।
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🕵️♂️ जांच और कार्रवाई:
✔️ पुलिस द्वारा अलग जांच शुरू की जा चुकी है
✔️ सामाजिक जांच टीम का भी गठन किया गया है
✔️ दोनों घटनाओं (गुरु रुद्रकुमार व गुरु खुशवंत) को जोड़कर उच्च स्तरीय विशेष जांच की मांग
✔️ शासन से गुरुवंशजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील
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