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    छत्तीसगढ़

    साय सरकार में छत्तीसगढ़ का भविष्य अब ले रहा आकार

    satya@anjorBy satya@anjorOctober 24, 2025No Comments8 Mins Read
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    रायपुर. 1 नवंबर 2000 को एक नए राज्य बनकर उभरने वाले छत्तीसगढ़, जिसे “भारत का हृदय” भी कहा जा सकता है इस वर्ष अपने निर्माण की रजत जयंती माना रहा है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ न सिर्फ़ अपने अतीत पर गौरवान्वित है बल्कि भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए भी चैतन्य हैं। राज्य के भविष्य का एक उज्जवल स्वरूप है नवा रायपुर अटल नगर। यह एक नए प्रकार के नगरीय जीवन, आधुनिक अधोसंरचनाएं, निवेश की संभावनाएं, स्मार्ट सिटी मॉडल और सतत् विकास की ओर एक निर्णायक कदम है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने नये शहर के विकास को राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में रखा है। और रजत जयंती का यह अवसर हमें यह जानने का भी है कि ये योजनाएं कितनी सफल हुई हैं, किन खामियों से गुजरना पड़ा है, और आगे क्या किया जा सकता है।

    नवा रायपुर अटल नगर : इतिहास और उद्देश्य

    पुराने रायपुर में, जनसंख्या दबाव, ट्रैफिक जाम, सार्वजनिक सेवाओं की सीमाएं, प्रदूषण, और सरकार कार्यालयों का बिखराव जैसी कई-कई समस्याएं थीं। इसके निवारण के लिए राजधानी को नए स्थान पर स्थानांतरित किया गया और नवा रायपुर अटल नगर अस्तित्व में आया। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में इसे योजनाबद्ध तरीक़े से विकसित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य है. यहां से राजधानी की सभी महत्वपूर्ण सरकारी संस्थाएं, सार्वजनिक सेवाएं और जीवन-शैली की आधुनिक सुविधाएं संचालित करना। नवा रायपुर को रायपुर से सुदूर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर विकसित किया जा रहा है। यहां निवासी क्षेत्रों, सरकारी कार्यालयों, व्यावसायिक खंडों, हरित क्षेत्रों, सांस्कृतिक केंद्रों की व्यवस्था योजनाबद्ध रूप से की जा रही है। कई सेक्टर और गांवों को इस मास्टर प्लान में शामिल किया गया है, जैसे बरौदा, रमचंडी, रीको, मंदिर हसौद, आरंग, सेरीखेड़ी, नकटी आदि। नवा रायपुर एक स्मार्ट सिटी मॉडल है, जहां आधुनिक सड़क, सार्वजनिक परिवहन, ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली होगी, ऊर्जा उपयोग में दक्षता होगी, सौर ऊर्जा और हरित भवनों का प्रचलन होगा, जिसमें हरित क्षेत्र (पार्क, जंगल, ओपन स्पेस) पर्याप्त होंगे, फाइबर-ऑप्टिक नेट्वर्क, वाई-फाई आदि से पर्याप्त डिजिटल कनेक्टिविटी होगी और स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृतिक आयोजन, मनोरंजन आदि से नागरिक जीवन की गुणवत्ता उच्च होगी।
यह सिर्फ राजधानी बदलने की कहानी नहीं है बल्कि जीवन की गुणवत्ता बदलने की कथा भी है।

    अधोसंरचनाएं : सुविधाएं और विकास

    नवा रायपुर की सड़कों को चौड़ा बनाया जा रहा है, मास्टर प्लान के अनुरूप पैदल पथ और साइकिल ट्रैकों की व्यवस्था की जा रही है। ट्रैफिक नियंत्रण प्रणालियां लागू की जा रही हैं ताकि. Vehicle flow सुचारू हो, जाम कम हो।विद्युतीकरण, बिजली, पानी, गैस, सीवेज आदि बुनियादी सुविधाएं योजनाबद्ध रूप से दी जा रही हैं। उदाहरण के लिए नवा रायपुर में नए तहसील गठन, बिजली-लाइन की अंडरग्राउंड व्यवस्था, एलपीजी पाइपलाइन आदि योजनाएँ चल रही हैं।

    हरित क्षेत्र और पर्यावरण

    • लगभग 30% भूमि को हरित क्षेत्र के लिए सुरक्षित करने की योजना बनाई गई है। नवा रायपुर अटल नगर में पार्क, वनस्पति क्षेत्र, खुली हरित पट्टियां नागरिकों को स्वच्छ वायु और व्यायाम की सुविधाएं भी होंगी। सौर ऊर्जा संयंत्रों के भरपूर उपयोग से पर्यावरणीय क्षति को रोका जाएगा। जैसे वन क्षेत्र में वृद्धि, लघु वनोपजों (Minor Forest Produce) का संरक्षण, ईको-टूरिज़्म आदि योजनाओं से प्रदूषण नियंत्रण और हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जा रहा है।

    स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सार्वजनिक सेवाएं

    • मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दिशा-निर्देश पर सेक्टर-37 में लगभग 400 एकड़ भूमि पर नवा रायपुर में विश्व स्तरीय मेडिसिटी की योजना है। इसमें रिसर्च केन्द्र, मेडिकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट और हॉस्पिटलिटी से जुड़ी सुविधाएं होंगी। इससे छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्यपरक सेवा का केंद्र बनने में मदद मिलेगी और बाहर से आने वालों के लिए भी यह एक आकर्षण का केंद्र होगी।

    • यहां मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तैयार की जा रही है। मेडिकल टूरिज्म / मेडिसिटी क्षेत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र की निवेश संभावनाएं बहुत अधिक हैं। एक बड़े अस्पताल, सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं, रिसर्च एवं प्रशिक्षण केंद्र, हॉस्पिटलिटी लगभग उसी परिसर में होंगे।
फार्मास्युटिकल पार्क के लिए सेक्टर 22 ग्राम तूता में CSIDC को लगभग 141.84 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।फार्मास्युटिकल पार्क उद्योगों को दवा निर्माण, पैकिंग, लॉजिस्टिक्स आदि क्षेत्रों में सुविधा देगा। इससे अलावा प्रशासनिक सेवाएं गांव-ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचे इसके लिए नए तहसील क्षेत्र बनाए जा रहे हैं।

    डिजिटल अधोसंरचना, इंत्तेजेंट प्रणालियां

    • ग्राम पंचायत स्तर से ही नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सके इसके लिए छत्तीसगढ़ की साय सरकार के द्वारा Atal Digital Service Centres आदि स्थापित किए जा रहे हैं। फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क, वाई-फाई-जोन आदि सुविधाओं को शामिल किया जा रहा हैं। सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (CBD) विकसित किया जा रहा है जहां मनोरंजन, व्यापार, तकनीकी प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं होंगी। यहां शॉपिंग, होलोग्राफिक एंटरटेनमेंट सेंटर आदि प्रस्तावित हैं।

    निवेश की स्थिति : प्रस्ताव, उद्योग और अवसर

    प्रदेश के मुख्यमंत्री की पहल से नवा रायपुर अटल नगर निवेश के दृष्टिकोण से एक उभरता हुआ गढ़ बन गया है। नवा रायपुर को आईटी हब बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। आईटी हब में AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), स्टील, एनर्जी, सेमी-कंडक्टर उद्योगों के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। यदि ये सफल हों तो बड़े पैमाने पर रोजगार, तकनीकी विकास और राज्य की अर्थव्यवस्था को उछाल मिलेगी। इसके लिए जापान, कोरिया आदि देशों से निवेश प्रस्ताव मिल रहे हैं। निवेश प्रस्ताव लगभग 6.65 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।

    रियल एस्टेट और आवास

    नई कॉलोनियां विकसित की जा रही हैं, जिनमें गांवों के क्षेत्रों को मास्टर प्लान में शामिल किया गया है. जैसे बरौदा, रमचंडी, रीको आदि। यहां आवास, दुकान-मकान, व्यापार क्षेत्र उम्मीद की जा रही है। नए क्षेत्रों में अधोसंरचनाएं जैसे अंडरग्राउंड बिजली, सीवरेज प्लांट, चौड़ी सड़कें, गैस पाइपलाइन आदि सुविधाएं बनाई जाने की योजना है।

    साय सरकार के वित्तीय अनुशासन

    नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (NRDA) ने अपने भारी बकाया कर्ज को चुकाकर खुद को कर्जमुक्त घोषित किया है। लगभग 1,788 करोड़ रुपये का कर्ज पूरी तरह से निपट गया। NRDA को कर्जमुक्त बनाना राज्य के साय सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। इससे नवा रायपुर अटल नगर के विकास-कार्य बाधित नहीं रहे और वित्तीय बोझ से राहत मिली है। यह साय सरकार के वित्तीय अनुशासन का संकेत है। सरकार ने बजट के माध्यम से विकास प्राधिकरण को संसाधन जुटाए हैं और औद्योगिक क्षेत्रों को अतिरिक्त धनराशि दी है।

    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के योगदान और सरकारी नीतियां

    छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार के नेतृत्व में, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर अटल नगर को राज्य का विकास मॉडल बनाने का प्रयास किया है। बजट आवंटन में प्राथमिकता देकर साय सरकार ने नये प्रदत्त कामों, औद्योगिक क्षेत्रों और सार्वजनिक सुविधाओं के लिए वित्तीय संसाधनों को सुनिश्चित किया है। नवा रायपुर अटल नगर में निवेश को आकर्षित करने के लिए नई औद्योगिक नीति अपनाई गई है। यही नीति IT, सेमी कंडक्टर, AI आदि क्षेत्रों में निवेश प्रस्तावों को प्रोत्साहित कर रही है। सार्वजनिक सेवाओं की पहुंच बढ़ाने, डिजिटल सरकार बनाने, स्थानीय तहों में सेवाएं पहुंचाने जैसे कदम उठाए गए हैं। जैसे ग्राम-पंचायत स्तर पर Atal Digital Service Centres की स्थापना की गई है।

    समावेशी विकास, हरित अर्थव्यवस्था और सामाजिक कल्याण

    प्रदेश के साय सरकार की पहल पर नवा रायपुर अटल नगर में पर्यावरण संरक्षण की नीतियों को मजबूती दी गई है। वन क्षेत्र में वृद्धि, वनोपज आधारित आय स्रोतों को बढ़ावा, ईको-टूरिज्म आदि योजनाओं को प्राथमिकता मिली है। स्वास्थ्य कार्यों को बढ़ावा देने के लिए मेडिसिटी जैसी योजनाएं और आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। शासन-प्रशासन में पारदर्शिता, जनभागीदारी, शिकायत निवारण तंत्र को बेहतर बनाने की ओर कदम उठाए गए हैं।

    छत्तीसगढ़ की रजत जयंती : प्रतीकात्मक महत्व

    छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष की यात्रा साहस, चुनौतियों, विरासत और विकास की कहानी है। इस अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर की प्रगति बताती है कि राज्य ने सिर्फ अपने संसाधनों से काम नहीं किया बल्कि आत्म-विश्वास, योजनाबद्धता और दूरदर्शिता के साथ आगे बढ़ा है. राज्य की साय सरकार ने सिर्फ “कागज की योजनाएं” नहीं बनाई, बल्कि अपने वादों को क्रियान्वित करने की कोशिश की। यदि नवा रायपुर सफल हुआ तो यह अन्य राज्यों और जिलों के लिए मॉडल बनेगा कि कैसे एक योजना-आधारित नया शहर विकसित किया जा सकता है, जो पर्यावरण, निवेश, नागरिक सुविधाएं और स्मार्ट जीवनशैली को संतुलित रखे.

    नवा रायपुर अटल नगर सिर्फ एक नई राजधानी नहीं है, यह छत्तीसगढ़ की नई मंजिल है. यह उस राज्य की कहानी है जिसने जंगलों से, ग्रामीण इलाकों से, आदिवासी संस्कृति से, प्राकृतिक संसाधाओं से समृद्धि की इमारत खड़ी की है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी सरकार ने इस दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं—कर्जमुक्त प्राधिकरण से लेकर बड़े निवेश प्रस्तावों तक, मेडिसिटी से स्मार्ट सुविधाओं तक—वे सभी यह संकेत देते हैं कि छत्तीसगढ़ अब अपने आप में एक निवेश, विकास, स्वास्थ्य और जीवनशैली का केंद्र बन रहा है. यदि तमाम योजनाएं समय पर पूरी हों तो नवा रायपुर अटल नगर सिर्फ राज्य की राजधानी ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का विजयचिन्ह भी बन सकता है.

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