सतनामी समाज का वार्षिक गुरु दर्शन संत समागम मेला 3 अक्टूबर को भंडारपुरी धाम में भव्य रूप से आयोजित होगा
कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने दिए विशेष निर्देश – श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर रहेगा फोकस
गुरु बालदास साहेब बोले – भंडारपुरी धाम समाज की आस्था और एकजुटता का प्रतीक
आरंग/खरोरा/रायपुर।
सतनामी समाज की आस्था का पावन केंद्र भंडारपुरी धाम इस वर्ष एक बार फिर ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनने जा रहा है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु दर्शन संत समागम मेला का आयोजन 3 अक्टूबर को धूमधाम और भव्यता के साथ होगा।
इस आयोजन की तैयारियों को लेकर समाज के राजागुरु एवं धर्मगुरु परम पूज्य गुरु बालदास साहेब जी के सानिध्य में महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब जी, क्षेत्रीय अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
गुरु बालदास साहेब जी का संदेश
गुरु बालदास साहेब जी ने कहा कि –
“गुरु दर्शन मेला केवल संत समागम का अवसर नहीं, बल्कि यह सतनामी समाज की आस्था, श्रद्धा और एकजुटता का प्रतीक है। यह परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की कर्मस्थली है, जहां आने वाले श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण, अनुशासन और समरसता का अनुभव होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए स्वच्छ पेयजल, पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था, सुरक्षित यातायात प्रबंधन और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब जी के निर्देश
कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब जी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि –
“हर वर्ष यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में प्रशासन को सभी स्तर पर पुख्ता तैयारियां करनी होंगी। किसी भी प्रकार की नशीली या अवैध सामग्री इस पावन धाम में प्रवेश न करे, इसके लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी।”
उन्होंने सुरक्षा, यातायात और आपातकालीन सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सहित कई गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी, मंत्रीमंडल के सदस्य, विधायक एवं समाज के वरिष्ठ जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
ऐतिहासिक विकास योजनाओं का भूमिपूजन
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मेले के दौरान लगभग 100 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का भूमिपूजन प्रस्तावित है। यह सतनामी समाज और क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
लाखों श्रद्धालु होंगे शामिल
हर वर्ष की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु भंडारपुरी धाम पहुंचकर अपनी आस्था व्यक्त करेंगे। समाज के लोग इस आयोजन को केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकजुटता और सामाजिक चेतना के रूप में भी देखते हैं।



