*गुणात्मक शिक्षा की ओर एक और कदम: आरंग में मिशन मोड पर शिक्षकों की कार्यशाला सम्पन्न*
शिक्षा के नवाचारों, योजनाओं और मिशन उत्कर्ष के सफल क्रियान्वयन पर रहा विशेष फोकस
आरंग (रायपुर) |
शिक्षा की गुणवत्ता में सतत सुधार एवं नवाचारों के क्रियान्वयन हेतु सृजन सोनकर हायर सेकंडरी विद्यालय, आरंग में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला जिला प्रशासन रायपुर के निर्देशानुसार एवं जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) हिमांशु भारतीय के नेतृत्व में आयोजित की गई, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष रूप से प्रभावशाली बनाया।
कार्यशाला में विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिनेश शर्मा के मार्गदर्शन में विकासखंड के समस्त प्राचार्यगण एवं 48 संकुल समन्वयकों की सक्रिय सहभागिता रही।
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📌 कार्यशाला के प्रमुख बिंदु व निर्देश:
🟢 मिशन उत्कर्ष योजना
– कक्षा 10वीं व 12वीं में 100% उत्तीर्णता का लक्ष्य
– शैक्षिक कैलेंडर का शत-प्रतिशत पालन
– नियमित मासिक टेस्ट का आयोजन
📘 पढ़े रायपुर, लिखे रायपुर
– FLN (Foundational Literacy & Numeracy) गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन
🌳 हरियर स्कूल अभियान
– “एक पेड़ माँ के नाम” थीम पर वृक्षारोपण
– ऐसे विद्यालयों का चयन जिनके पास 1.5–2 एकड़ भूमि हो
– स्कूलों को पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध बनाना
🎓 ऑपरेशन उद्घोष
– प्रतिभावान व निपुण शिक्षकों के माध्यम से छात्रों की प्रतिभा का निखार
📐 प्रोजेक्ट यू
– U-शेप बैठक व्यवस्था: कोई बच्चा बैक बेंचर न रहे
– अध्ययन-अध्यापन को रुचिकर व प्रभावशाली बनाना
🔔 ऑपरेशन घंटी
– WHO के अनुसार, बच्चों में पर्याप्त जल सेवन की आदत को बढ़ावा देना
🌳 ऑपरेशन छांव
– एक ही स्थान पर आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, जाति-निवास प्रमाणपत्र, आधार सुधार, एवं हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जैसी सुविधाएं
🏫 ऑपरेशन धरोहर
– 1947 से पूर्व के ऐतिहासिक विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार
🙂 जिंदगी मुस्कुराना अभियान
– कटे-फटे होंठ वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा
📚 अन्य निर्देश
– पाठ्यपुस्तकों की स्कैनिंग सहित समय पर वितरण
– U-DISE डेटा अपडेशन की समय सीमा में पूर्ति
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🗣️ शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय का प्रेरक संदेश:
> “हमारा उद्देश्य सिर्फ शिक्षा देना नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण और परिणाममूलक शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाना है। मिशन मोड पर कार्य करते हुए हम सभी योजनाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से लागू करें।”
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🤝 कार्यशाला में रहे ये प्रमुख उपस्थितगण:
डीएमसी एस. पटले, एपीसी अरुण शर्मा, परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा इंदिरा गांधी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मातली नंदन वर्मा, पूनम तिवारी, उषा वर्मा, प्राचार्यगण श्रीराम बंडारू, राज्यश्री गुप्ता, एस.के. ऊपरडे, अंजलि बखला, जे.आर. आल्हा, सरोजनी केरकेट्टा, आर.पी. साहू, इंद्रजीत बिद, माणिकलाल मिश्रा, संतोष देवांगन, हरीश शर्मा, एस.आर. धृतलहरे आदि।
साथ ही सभी 48 संकुल समन्वयक गण: हरीश दीवान, जितेंद्र शुक्ला, प्रहलाद शर्मा, सुरेंद्र चंद्रसेन, मनोज मुछावर, रोशन चंद्राकर, विजय देवांगन, पोखन साहू, अभिषेक तिवारी, सुनील पटेल, धनंजय साहू सहित अनेक शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
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🎯 निष्कर्ष:
यह कार्यशाला न केवल शिक्षकों के लिए मार्गदर्शन का माध्यम बनी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में मिशन मोड पर कार्य करने की नई ऊर्जा भी प्रदान की। सभी प्रतिभागियों ने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रतिबद्धता जताई।