सोने की कीमतों में उछाल से मांग पर असर, लेकिन सीजनल डिमांड बनाए रखेगी बाजार की रफ्तार
विशेषज्ञों का कहना है कि हाजिर बाजार में सोने की कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुकी हैं, जिससे निकट भविष्य में इसकी मांग में गिरावट आ सकती है। हालांकि, अक्षय तृतीया और शादी-ब्याह के मौजूदा सीजन के चलते बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष राजेश रोकड़े ने बताया, “सोने की कीमतों में अचानक आई तेजी से मांग पर असर पड़ना स्वाभाविक है। लेकिन फिलहाल बाजार में खरीदारी को लेकर सकारात्मक माहौल है और उम्मीद की जा रही है कि अक्षय तृतीया और विवाह सीजन के बाद भी उपभोक्ताओं की दिलचस्पी बनी रहेगी।”
बढ़ती मांग के संकेत
रोकड़े के अनुसार, 2023 और 2024 के सोने के आयात आंकड़े इस मांग में बढ़ोतरी की पुष्टि करते हैं। 2023 में देश में 741 टन सोने का आयात हुआ था, जबकि 2024 में यह बढ़कर 802 टन हो गया। यह तब है जब इस दौरान सोने की कीमतों में 25-30% तक इजाफा हुआ।
उन्होंने बताया कि 2024 में कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव के बावजूद पिछले साल की तुलना में अधिक मांग देखने को मिली है। वहीं, पीएन गाडगिल ज्वैलर्स के चेयरमैन सौरभ गाडगिल ने कहा कि बाजार में अब भी उम्मीदें कायम हैं और संभावना है कि भविष्य में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
कीमतों में गिरावट दर्ज
बुधवार को दिल्ली में सोने की कीमतों में 2,400 रुपये की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 99,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। मंगलवार को यह 1,800 रुपये की तेजी के साथ 1,01,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के मुताबिक, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों के बाद सुरक्षित निवेश की मांग में थोड़ी नरमी आई है, जिससे सोने की कीमतों में रिकॉर्ड स्तर के बाद कुछ सुधार देखने को मिला है।