दक्षिण पीठ नाणीजधाम के अनंत विभूषित जगदगुरु श्री नरेंद्राचार्य जी द्वारा प्रेम, सद्भावना और आध्यात्मिक मार्गदर्शन का प्रसार — सुबह 9:00 बजे से प्रवचन, समस्या मार्गदर्शन एवं दर्शनों का आयोजन।

 

 

 

रायपुर, 08 नवम्बर 2025 — (सत्य के अंजोर)

 

आज दही हांडी मैदान, श्रीनगर — गुढियारी रोड, रायपुर में देश-विदेश में विख्यात जगतगुरु श्री नरेंद्राचार्य जी महाराज का एक दिवसीय प्रवचन, दर्शन एवं समस्या मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित हुआ। दक्षिण पीठ नाणीजधाम (जिला रत्नागिरी, महाराष्ट्र) के पीठाधीश्वर जगदगुरु श्री नरेंद्राचार्य जी ने सुबह 9:00 बजे से भक्तों को दिव्य वाणी से आलोकित किया और व्यक्तिगत समस्याओं का निवारण हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया।

 

प्रमुख बातें — कार्यक्रम का सार

 

कार्यक्रम का आरंभ भगवान् भजन एवं स्वागत समारोह के साथ हुआ।

 

जगदगुरु श्री ने प्रेम, दया, सद्भावना व शांति का संदेश देते हुए दो गुरु मंत्र बताए:

 

1. “तुम जियो और दूसरों को जीने में सहायता करो।”

 

 

2. “सपने में भी किसी का बुरा मत सोचो — तुम्हारा कल्याण होगा।”

 

 

 

सुबह 7:00 से 9:00 बजे के बीच समस्या मार्गदर्शन पर्चियाँ कार्यक्रम स्थल पर वितरित की गईं; इसके माध्यम से कई भक्तों ने व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त किया।

 

हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने प्रवचन सुना और संतोषजनक समस्या समाधान प्राप्त किया।

 

 

जगदगुरु का परिचय और उनका संदेश

 

श्री नरेंद्राचार्य जी न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर विख्यात आध्यात्मिक गुरु हैं। उनके उपदेशों में साधुता, अध्यात्मिकता और सामाजिक कल्याण का समन्वय दिखता है। वे कहते हैं कि हर व्यक्ति के मन में सात्विकता की ज्योति जगाने और मानवता में प्रेम व शांति फैलाने के लिए मार्गदर्शन आवश्यक है — और वे स्वयं इसे जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हैं।

 

संस्थागत और सामाजिक कार्य — सतत जनसेवा

 

जगतगुरु नरेंद्राचार्य महाराज द्वारा संचालित संस्थान अनेक सामाजिक उपक्रम चला रहा है, जिनमें प्रमुख हैं:

 

1. निशुल्क विद्यालय

 

 

2. निशुल्क मोटर ट्रेडिंग स्कूल

 

 

3. निशुल्क चिकित्सालय

 

 

4. निशुल्क वेद पाठशाला (सामान्य व बालिकाओं के लिए)

 

 

5. देहदान प्रोत्साहन — अब तक 158 मरणोपरांत देहदान व 56,537 भक्तों द्वारा देहदान का संकल्प

 

 

6. अंगदान का कार्य — अब तक 58 अंग दान

 

 

7. रक्तदान — प्रतिवर्ष 1.5 लाख यूनिट से अधिक रक्तदान

 

 

8. 6 राष्ट्रीय महामार्गों पर 53 निशुल्क एंबुलेंस सेवा

 

 

9. नशामुक्ति शिविर — 3 लाख से अधिक लोगों को नशामुक्त कराया गया

 

 

10. पर्यावरण संरक्षण: प्रतिवर्ष दांडी यात्रा व वृक्षारोपण; इस वर्ष ‘एक पेड़ मां के नाम’ मुहिम के तहत 1,25,000+ पौधारोपण

 

 

 

इन पहलों ने सामाजिक स्वास्थ्य, शिक्षा और मानवीय सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और स्थानीय समुदायों में सकारात्मक परिवर्तन लाया है।

 

आयोजकों का आवाहन

 

संस्थान की ओर से सभी भक्तजनों एवं स्थानीय जनसमुदाय से विनम्र अनुरोध किया गया कि वे अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होकर इस दिव्य अवसर का लाभ उठाएं। आयोजकों ने विशेष रूप से कहा कि समस्या मार्गदर्शन पर्ची सुबह 7:00 से 9:00 बजे

के बीच ही उपलब्ध कराई जा रही है — अतः समय पर पहुंचने का अनुरोध किया गया।

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