पेशे से वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने 30 लाख रुपये की ठगी छुपाने के लिए अपने ही क्लाइंट किशोर पैकरा की हत्या कर दी।

 

रायपुर शहर को झकझोर देने वाले इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी हत्या कांड का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पेशे से वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने 30 लाख रुपये की ठगी छुपाने के लिए अपने ही क्लाइंट किशोर पैकरा की हत्या कर दी। इस खौफनाक साजिश में दो अन्य युवक भी शामिल थे। हत्या के बाद शव को सूटकेस में भरकर टिन की पेटी में डालकर सुनसान स्थान पर फेंका गया था।

 

🧩 घटना का पूरा घटनाक्रम

 

21 जून को अंकित उपाध्याय ने अपने क्लाइंट किशोर पैकरा (58 वर्ष) को यह कहकर अपने किराए के कमरे में बुलाया कि उसके मकान से जुड़े केस में बात करनी है। वहां पहुंचने पर पहले से तैयार योजना के तहत अंकित और उसकी पत्नी ने मिलकर गला दबाकर और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी।

 

शव को ट्रॉली बैग में भरकर, उसके ऊपर सीमेंट डाल दिया गया। फिर एक टिन पेटी खरीदी गई और शव को उसमें रखकर 23 जून को सुनसान नाले के पास फेंक दिया गया।

 

🧠 हत्या का कारण: 30 लाख की धोखाधड़ी

 

मृतक किशोर पैकरा ने अपनी संपत्ति के विवाद में अंकित उपाध्याय की मदद ली थी। इसी दौरान आरोपी ने मृतक का 30 लाख रुपया लेकर हड़प लिया और उसे बार-बार टालता रहा। पैसों की लगातार मांग से परेशान होकर हत्या की योजना बनाई गई।

 

✈️ दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी

 

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी दंपत्ति दिल्ली भाग गए। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

 

👮‍♂️ जांच और कार्रवाई में ये रही पुलिस की बड़ी सफलता

 

जांच में जुटी 5 टीमें: एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट व डी.डी. नगर थाना की संयुक्त टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक जांच और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए आरोपियों की पहचान की।

 

साक्ष्य छिपाने की कोशिश: हत्या के बाद चाकू और खून से सना टॉवेल नाले में फेंका गया, शव से दुर्गंध ना आए इसके लिए सीमेंट और परफ्यूम का प्रयोग किया गया।

 

वाहनों की जब्ती: घटना में प्रयुक्त अल्टो कार, दो दोपहिया वाहन और 5 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।

 

 

👨‍⚖️ गिरफ्तार आरोपी:

 

1. अंकित उपाध्याय (31), पेशे से वकील

 

 

2. शिवानी शर्मा (24), आरोपी की पत्नी

 

 

3. विनय यदु (23), शव फेंकने में मददगार

 

 

4. सूर्यकांत यदु (21), शव ठिकाने लगाने में सहायक

 

 

 

🧪 फॉरेंसिक टीम की भूमिका

 

घटना स्थल पर डॉ. भास्कर बनर्जी के नेतृत्व में फिंगरप्रिंट व वैज्ञानिक अधिकारियों ने महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए।

 

🏆 पुलिस टीम को नकद इनाम

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने अपराध के खुलासे में जुटी पुलिस टीम को नकद इनाम देने की घोषणा की है।

 

 

 

📌 यह मामला न सिर्फ एक धोखाधड़ी की कहानी है, बल्कि विश्वासघात और लालच की हदें पार करने वाली एक रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया गया।

 

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